सीकर। प्रदेश की सभी जिला परिषदों की ओर से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा की विज्ञप्ति 27 फरवरी तक जारी की जाएगी। इस संबंध में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने सभी जिला कलक्टर व मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
वहीं विभाग ने तृतीय श्रेणी भर्ती के जरिए भरे जाने वाले पदों की सूची भी जारी कर दी है। विभाग से निर्देश मिलने के बाद जिला परिषद में गुरूवार को दिनभर अधिकारी विज्ञप्ति जारी करने की तैयारी में जुटे रहे। भर्ती के लिए अभ्यर्थियों से दो मार्च से ऑनलाइन आवेदन मांगे जाएंगे। आवेदन जमा कराने की अंतिम तिथि दो अप्रेल निर्धारित की है।
दो पारियों में होगी परीक्षा
पंचायतीराज विभाग की ओर से परीक्षा दो पारियों में जिला व तहसील मुख्यालयों पर कराई जाएगी। पहली पारी में प्रथम स्तर (कक्षा एक से पांच) व दूसरी पारी में द्वितीय स्तर (कक्षा पांच से आठ तक) के अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा होगी।
ये हैं पद
सीकर 704
चूरू 1081
झुंझुनूं 20
लिखेंगे सरकार को पत्र
सीकर. शेखावाटी में कम पदों से निराश युवाओं ने आंदोलन का एलान किया है। बीएड डिग्रीधारी युवाओं का कहना है कि कई वर्ष के इंतजार के बाद भर्ती की जा रही है। इसमें भी भर्ती परीक्षा से पहले टेट नहीं होने से युवा निराश हैं। इस मामले में राजस्थान शिक्षक भर्ती संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट संदीप कलवानियां ने बताया कि विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार से पंचायतीराज मंत्री को पत्र लिखे जाएंगे।
मांग-शेखावाटी में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के काफी कम पद है। इसलिए जिला परिषदों के जरिए भर्ती नहीं हो।
असर- ऎसे में शेखावाटी के युवाओं को दूसरे जिलों में आवेदन करना पड़ेगा। वहीं शेखावाटी के तीनों जिलों में दूसरे जिलों के मुकाबले मेरिट भी ज्यादा रहने की संभावना है। यदि एक विद्यार्थी पांच जिलों से भी आवेदन करता है तो करीब 1500 रूपए का आर्थिक नुकसान होगा।
मांग-आरपीएससी के जरिए हो भर्ती।
असर-आरपीएससी के जरिए भर्ती होने से सभी जिलों के हिसाब से विज्ञप्ति नहीं जारी होकर एक साथ प्रदेशभर के रिक्त पदों की विज्ञप्ति जारी होगी। ऎसे में सभी जिलों के लिए एक ही आवेदन करना होगा।
मांग-प्रदेश के सभी जिलों की एक ही मेरिट बने।
असर-जिला परिषद के जरिए होने वाली भर्ती में सभी जिला परिषदों की ओर से अलग-अलग मेरिट सूची तैयार की जाएगी। ऎसे में ज्यादा मेरिट जाने पर उस जिले के दूसरे विद्यार्थियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मांग-भर्ती से पहले हो आरटेट परीक्षा।
असर-शेखावाटी के विद्यार्थी भर्ती से पहले आरटेट परीक्षा कराने की मांग पर अड़े हुए है। यदि भर्ती से पहले आरटेट परीक्षा नहीं होती है तो करीब 45 हजार अभ्यर्थियों का शिक्षक बनने का सपना टूट जाएगा। यदि पांच वर्ष तक भर्ती नहीं होती है तो कई बीएड डिग्रीधारी युवा तो आयु सीमा को पार कर जाएगे।
source-patrika
वहीं विभाग ने तृतीय श्रेणी भर्ती के जरिए भरे जाने वाले पदों की सूची भी जारी कर दी है। विभाग से निर्देश मिलने के बाद जिला परिषद में गुरूवार को दिनभर अधिकारी विज्ञप्ति जारी करने की तैयारी में जुटे रहे। भर्ती के लिए अभ्यर्थियों से दो मार्च से ऑनलाइन आवेदन मांगे जाएंगे। आवेदन जमा कराने की अंतिम तिथि दो अप्रेल निर्धारित की है।
दो पारियों में होगी परीक्षा
पंचायतीराज विभाग की ओर से परीक्षा दो पारियों में जिला व तहसील मुख्यालयों पर कराई जाएगी। पहली पारी में प्रथम स्तर (कक्षा एक से पांच) व दूसरी पारी में द्वितीय स्तर (कक्षा पांच से आठ तक) के अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा होगी।
ये हैं पद
सीकर 704
चूरू 1081
झुंझुनूं 20
लिखेंगे सरकार को पत्र
सीकर. शेखावाटी में कम पदों से निराश युवाओं ने आंदोलन का एलान किया है। बीएड डिग्रीधारी युवाओं का कहना है कि कई वर्ष के इंतजार के बाद भर्ती की जा रही है। इसमें भी भर्ती परीक्षा से पहले टेट नहीं होने से युवा निराश हैं। इस मामले में राजस्थान शिक्षक भर्ती संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट संदीप कलवानियां ने बताया कि विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार से पंचायतीराज मंत्री को पत्र लिखे जाएंगे।
मांग-शेखावाटी में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के काफी कम पद है। इसलिए जिला परिषदों के जरिए भर्ती नहीं हो।
असर- ऎसे में शेखावाटी के युवाओं को दूसरे जिलों में आवेदन करना पड़ेगा। वहीं शेखावाटी के तीनों जिलों में दूसरे जिलों के मुकाबले मेरिट भी ज्यादा रहने की संभावना है। यदि एक विद्यार्थी पांच जिलों से भी आवेदन करता है तो करीब 1500 रूपए का आर्थिक नुकसान होगा।
मांग-आरपीएससी के जरिए हो भर्ती।
असर-आरपीएससी के जरिए भर्ती होने से सभी जिलों के हिसाब से विज्ञप्ति नहीं जारी होकर एक साथ प्रदेशभर के रिक्त पदों की विज्ञप्ति जारी होगी। ऎसे में सभी जिलों के लिए एक ही आवेदन करना होगा।
मांग-प्रदेश के सभी जिलों की एक ही मेरिट बने।
असर-जिला परिषद के जरिए होने वाली भर्ती में सभी जिला परिषदों की ओर से अलग-अलग मेरिट सूची तैयार की जाएगी। ऎसे में ज्यादा मेरिट जाने पर उस जिले के दूसरे विद्यार्थियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
मांग-भर्ती से पहले हो आरटेट परीक्षा।
असर-शेखावाटी के विद्यार्थी भर्ती से पहले आरटेट परीक्षा कराने की मांग पर अड़े हुए है। यदि भर्ती से पहले आरटेट परीक्षा नहीं होती है तो करीब 45 हजार अभ्यर्थियों का शिक्षक बनने का सपना टूट जाएगा। यदि पांच वर्ष तक भर्ती नहीं होती है तो कई बीएड डिग्रीधारी युवा तो आयु सीमा को पार कर जाएगे।
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